बहुत ज्यादा दवाओं का सेवन पहुंचाता है किडनी को नुकसान
फरीदाबाद, 12 मार्च (सुधीर) : किडनी हमारे शरीर का वो अंग है, जिसमें हल्की सी भी खराब सेहत को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है। हार्ट की तरह किडनी भी 24 घंटे काम करती है। एक छलनी की तरह किडनी हमारे शरीर में खून साफ करने और गंदगी को बाहर निकालने का काम करती है। इसमें किसी भी तरह की खराबी आने पर इस फंक्शन पर प्रभाव पड़ता है। शरीर से जब गंदगी बाहर नहीं निकल पाती, तो इससे कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा बढ़ने लगता है।
किडनी को हेल्दी रखना कितना जरूरी है इसी के बारे में लोगों को बताने और जागरूक करने के मकसद से हर साल वर्ल्ड किडनी डे मनाया जाता है। यह बात विश्व 400 किडनी दिवस के उपलक्ष्य में एशियन अस्पताल के डॉ. रीतेश शर्मा निदेशक नेफ्रोलॉजी एवं किडनी ट्रांसप्लांट डॉ. रीतेश शर्मा निदेशक मेडिसिन ने नवोदय नेफ्रोलॉजी एवं टाइम्स को किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन, एशियन जानकारी देते हुए कही। अस्पताल उन्होंने कहा कि भारत में क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) मुख्य रूप से गुर्दे की पथरी, मधुमेह और उच्च रक्तचाप के कारण होता है । मधुमेह इसका प्रमुख कारण बना हुआ है, उसके बाद उच्च रक्तचाप है, जबकि गुर्दे की पथरी कम आम कारण है।