Mrs. Prabhawati’s Journey: From Complications to Healing with a Leadless Pacemaker at Asian Hospital

November 13, 2024

मरीज को लगाया वायरलेस पेसमेकर इम्प्लांट

फरीदाबाद, 12 नवम्बर (ब्यूरो): मऊ उत्तर प्रदेश की रहने वाली 72 वर्ष की प्रभावती को दिल की अनियमित धड़कन की दिक्कत थी। जिसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें  पेसमेकर लगाने की सलाह दी थी  ताकि दिल की धड़कन सुचारु रूप से चल सके प्रभावती देवी ने मऊ में  ही पेसमेकर लगवाया दाई तरफ जब पेसमेकर लगवाया तो कुछ दिन बाद इन्फेक्शन हो गया फिर डॉक्टर ने बाई गंधे पर पेसमेकर लगाया पर नत कुछ दिन बाद वहां भी इन्फेक्शन हो गया तब वहां के डॉक्टर ने  प्रभावती को फ़रीदाबाद में एशियन अस्पताल ले जाने की सलाह दी। एशियन अस्पताल की वरिष्ठ हृदय टे रोग विशेष डॉक्टर एल के झा ने बताया कि मरीज को माऊ के अस्पताल में दो बार पेसमेकर लगाने के बाद इंफेक्शन हो गया इसलिए हम प्रभावती देवी को कंधे के पास पेसमेकर नहीं लगा सकते थे । डॉक्टर एल के झा के पास एकमात्र विकल्प था कि वे लीडलेस पेसमेकर लगाएं, जिसे सफलतापूर्वक लगाया गया।